राजनांदगांव। कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने पूर्व में हुई मातृ मृत्यु के मामलों को देखते हुए प्रभावित परिवारों से चर्चा की और हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की निगरानी के लिए मोबाइल के माध्यम से दैनिक स्वास्थ्य रिपोर्ट लेने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निजी डायग्नोस्टिक संस्थानों से भी संपर्क कर जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क जांच कराने के लिए कहा। सभी डॉक्टरों से अपने कर्तव्यों का बेहतर निर्वहन करने और मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने की अपेक्षा जताई।
उन्होंने जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए संजीवनी एम्बुलेंस, महतारी एक्सप्रेस और अन्य वाहनों की नियमित मॉनिटरिंग और सुविधा दुरूस्त करने के निर्देश दिए। निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्रों को शीघ्र और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने पर भी जोर दिया।
शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कमजोर बच्चों का डोर-टू-डोर सर्वे कर चिन्हांकन करने और अभिभावकों को सलाह एवं उचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव बढ़ाने और गर्भवती महिलाओं की नियमित एएनसी जांच सुनिश्चित करने पर भी बल दिया।
इसके अलावा, जिला अस्पताल और शासकीय मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस मशीनों का अधिकतम उपयोग, टीबी एवं कुष्ठ रोग परीक्षण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा, जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान योजना, पोषण पुनर्वास, डेंगू, मलेरिया व फाइलेरिया नियंत्रण सहित सभी स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक मेडिकल कालेज डॉ. अतुल देशकर, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रकाश टंडन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न, सिविल सर्जन श्री यूके चंद्रवंशी सहित समस्त बीएमओ, बीपीएम और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया।

