राजनांदगांव। ग्राम बोरी विकासखंड में अखिल भारतीय पुजारी पुरोहित संघ की बैठक संपन्न हुई, जिसमें गीता जयंती को सात दिनों तक मनाने और बंधावीर वैरागी की जयंती आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष देव कुमार निर्वाणी ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे सुदामा ने मित्र कृष्ण के संकट को स्वयं ग्रहण किया।
बैठक में अनिल नागवंशी ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। गीता जयंती 30 नवंबर से 6 दिसंबर तक विभिन्न स्थानों पर मनाई जाएगी। प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और कार्यक्रम सतीश तिवारी, ज्ञानेश गुप्ता, डोमन दास वैष्णव, भोला वैष्णव, तुषार मिश्रा सहित कई मंदिरों और संस्थानों में आयोजित होंगे। इनमें भोला देवसर मंदिर, जलाराम मंदिर, गाथाला भगवान मंदिर, दिग्विजय कॉलेज, साइंस कॉलेज और जिला जेल शामिल हैं।
बैठक में थानेश्वर प्रसाद मिश्रा, डोमनदास वैष्णव, तुषार मिश्रा, सतीश तिवारी, अनिल नागवंशी और अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे। विशेष रूप से निधि वैष्णव, जिला मंडलेश्वर राज दुबे, दिलीप वैष्णव, अनिल कुमार शर्मा, शेखर दुबे, ज्ञानेश्वर दास वैष्णव, महाराज शर्मा (जगन्नाथ मंदिर), जितेंद्र झा (दिग्विजय कॉलेज गणेश मंदिर), डोंगरगढ़ बजरंगबली मंदिर के महाराज चंदन दास, हनुमान मंदिर पांडाडह बड़े जमात मंदिर के पुजारी रिंकू दास और कृष्ण मंदिर के पुजारी मनीष दास सहित अनेक संत-महंतों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
सामाजिक बंधुओं में एल.डी. निर्मोही, राकेश दास वैष्णव, संजय वैष्णव, संदीप दास वैष्णव, किल्लापारा वैष्णव, शिव वैष्णव, कृष्ण कुमार वैष्णव, जितेंद्र वैष्णव, सतीश वैष्णव, मनोज निर्वाणी, बाबा वैष्णो और अन्य लोग उपस्थित थे। संघ के युवा इकाई अध्यक्ष राघवेंद्र दास और निर्मोही अखाड़ा के महंत नंदकिशोर दास भी शामिल रहे। वैभव निर्वाणी ने सभी संतों, सामाजिक बंधुओं और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।

