राजनांदगांव। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत नगर निगम द्वारा संचालित “मोर मकान मोर आस” योजना अब किराए के घर में रहने वालों को अपना पक्का मकान देने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत 18 सितंबर को दोपहर 3:30 बजे निगम सभागार में लॉटरी के जरिए पात्र आवेदकों को आवास का आवंटन किया जाएगा।
नगर निगम द्वारा अब तक 1340 बहुमंजिला आवासों का निर्माण लखोली, पेण्ड्री, मोहारा और रेवाडीह क्षेत्रों में पूरा कर लिया गया है, वहीं 590 आवास निर्माणाधीन हैं। योजना के तहत पात्र लोगों को केवल लागत मूल्य पर आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि पहले चरण में 191 आवेदकों को आवास दिए जा चुके हैं। अब दावा-आपत्ति प्रक्रिया के बाद 822 पात्र आवेदकों में से जिन लोगों ने परियोजना के अनुसार निर्धारित राशि जमा कर दी है, उन्हें लॉटरी प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
निर्माणाधीन मकानों के लिए 10% राशि अग्रिम, शेष 10 किस्तों में
आयुक्त ने बताया कि जिन मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है, उनमें लाभार्थियों को एकमुश्त अंशदान राशि जमा करनी होगी। जबकि निर्माणाधीन मकानों के लिए कुल लागत का 10% अग्रिम जमा करना होगा और शेष राशि 10 महीने में किस्तों के रूप में देनी होगी।
इन निर्माणाधीन परियोजनाओं का विवरण इस प्रकार है:
लखोली: 272 यूनिट, लागत ₹2,74,044 प्रति यूनिट
रेवाडीह-पेण्ड्री: 258 यूनिट, लागत ₹2,91,027 प्रति यूनिट
पेण्ड्री-मोहारा: 870 यूनिट, लागत ₹2,80,115 प्रति यूनिट
सभी निर्माणाधीन मकान एक वर्ष के भीतर पूर्ण कर लिए जाएंगे। हितग्राही अपने मकान को बनते हुए देख सकेंगे।
बिचौलियों से रहें सावधान, निगम से सीधे करें संपर्क
आयुक्त ने स्पष्ट किया कि नागरिक किसी भी बिचौलिए से दूर रहें और मकान दिलाने या फ्लोर चयन (नीचे या ऊपर की मंजिल) के नाम पर किसी को पैसा न दें। निगम को शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ लोग खुद को निगम से जुड़ा बताकर आवंटन के नाम पर पैसे मांग रहे हैं, जबकि उनका निगम से कोई संबंध नहीं है।
“किसी भी व्यक्ति से कोई लेनदेन न करें। ऐसे लोगों से सतर्क रहें और सीधे निगम कार्यालय में संपर्क करें।” — आयुक्त अतुल विश्वकर्मा
पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा आवंटन
योजना के नोडल अधिकारी दीपक कुमार खांडे ने बताया कि जिन आवेदकों ने निर्धारित राशि जमा की है, उनमें से कम से कम 10 या अधिक की राशि जमा होने पर लॉटरी की प्रक्रिया पूरी की जाती है। यह एक सतत प्रक्रिया है और “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर सभी पात्रों को आवास दिया जा रहा है।
निगम की अपील
आवास का सपना साकार करने के लिए स्वयं निगम कार्यालय में संपर्क करें। किसी दलाल या बाहरी व्यक्ति के झांसे में न आएं। सभी प्रक्रिया पारदर्शी और नियमानुसार हो रही है।