राजनांदगांव। राज्य शासन द्वारा धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल और कृषक उन्नति योजना के तहत सुनिश्चित खरीदी से किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है। प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी की सुविधा और उपार्जन केन्द्रों में मिल रही व्यवस्थाओं से किसान संतुष्ट हैं। धनराशि सीधे खाते में मिलने से किसान खेती-किसानी बढ़ाने के साथ घरेलू जरूरतें भी पूरा कर पा रहे हैं।
धान बेचकर घर का रिनोवेशन कराएंगे किसान बिरेस
राजनांदगांव विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्र कन्हारपुरी में ग्राम लखोली के किसान बिरेस सिन्हा 120 क्विंटल धान बेचने पहुंचे। उनके पास जंगलेसर, कन्हारपुरी और खुटेरी में कुल 20 एकड़ भूमि है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा समर्थन मूल्य व कृषक उन्नति योजना के तहत वास्तविक मूल्य मिलने से वे आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं। राशि समय पर मिलने से वे इस वर्ष अपने पुराने घर का नये सिरे से रिनोवेशन कराएंगे।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष धान विक्रय राशि से खेतों में अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछवाकर दोहरी फसल की व्यवस्था बनाई। इस बार रबी की मसूर की बुवाई भी कर ली है। किसान बिरेस ने उपार्जन केन्द्र की पेयजल, छांव जैसी सुविधाओं की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया।
ऑनलाइन प्रक्रिया और पारदर्शिता से खुश किसान तुंगन साहू
ग्राम खैरा के किसान तुंगन लाल साहू ने कन्हारपुरी केन्द्र में 50.80 क्विंटल धान विक्रय किया। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदी से किसान समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
तुंगन ने बताया कि तुंहर हाथ एप से टोकन प्राप्त करना आसान रहा। उपार्जन केन्द्र में पर्याप्त बारदाने, इलेक्ट्रॉनिक तौल, और राशि का तत्काल अंतरण जैसी पारदर्शी व्यवस्था से किसान संतुष्ट हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसके लिए उन्होंने राज्य शासन का धन्यवाद किया।
किसानों का कहना है कि समर्थन मूल्य और सुव्यवस्थित खरीदी व्यवस्था ने उनकी आमदनी बढ़ाई है तथा खेती को और अधिक उन्नत बनाने में मदद की है।

